जगा दिया वतन को उन्होंने जब आजादी का नाम लिया। जगा दिया वतन को उन्होंने जब आजादी का नाम लिया।
मजलूमों की कस्ती के लिए कोई साहिल क्यों नहीं ? मजलूमों की कस्ती के लिए कोई साहिल क्यों नहीं ?
उसके प्यार को पाने के लिए तड़पते रहे पर अनजान वो कभी मुड़कर मुझे देखी ही नहीं हम भी दीवाने उसके लिए ... उसके प्यार को पाने के लिए तड़पते रहे पर अनजान वो कभी मुड़कर मुझे देखी ही नहीं हम...
आज़ादी आईने की तरह है जहाँ हर व्यक्ति देखे अपनी अलग तस्वीर। आज़ादी आईने की तरह है जहाँ हर व्यक्ति देखे अपनी अलग तस्वीर।
वो ही बनाते इतिहास के पाने है जो मातृभूमि के लिये देते जाने है। वो ही बनाते इतिहास के पाने है जो मातृभूमि के लिये देते जाने है।
ब्रिटिश व्यापारी बन कर भारत आया था , और छल से उसने भारत पर राज किया ! ब्रिटिश व्यापारी बन कर भारत आया था , और छल से उसने भारत पर राज किया !